Construction hub

Construction hub

What is green building in Hindi | ग्रीन बिल्डिंग क्या है और इनकी क्या क्या विशेषताएं होती हैं?

What is green building in Hindi | What is green building definition? | What is green building and why is it important? | What are 3 benefits of green buildings? | green building examples | green building benefits | green building in India | Who certifies green building in India?| ग्रीन बिल्डिंग क्या है और इनकी क्या क्या विशेषताएं होती हैं?


What is green building in Hindi


ग्रीन बिल्डिंग (green building) का उद्देश्य यह है जिसमें पर्यावरण को सुरक्षित रखने और प्राकृतिक संसाधनों का सही प्रकार से इस्तेमाल करने के साथ-साथ बढ़ते प्रदूषण और बिजली की खपत को कम किया जा सके।

ग्रीन इमारतों को इस प्रकार से व्यवस्थित किया जाता है जिसमें इमारत में इस्तेमाल प्राकृतिक संसाधनों जैसे हवा पानी और प्रकाश आदि का अधिक से अधिक उपयोग किया जा सके। साथ ही इनके गलत इस्तेमाल को भी बचाया जा सके।

ये भी पढ़ें -


दोस्तों, यह आर्टिकल ग्रीन बिल्डिंग से संबंधित है जिसमें हम जानेंगे कि  ग्रीन बिल्डिंग क्या है और इनकी क्या क्या विशेषताएं होती हैं?


भारत बढ़ते प्रदूषण और कार्बन डाइऑक्साइड गैस के अधिक उत्सर्जन के कारण यह अग्रणी देशों की सूची में सम्मिलित हैं। लगभग आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर रही है जलवायु परिवर्तन की इस समस्या से निपटने के लिए भवन निर्माण में ग्रीन बिल्डिंग के निर्माण का बढ़ावा मिल रहा है।

ग्रीन बिल्डिंग जिसके डिजाइन से लेकर निर्माण और उसके रखरखाव तक में पर्यावरण का अधिक ध्यान और ख्याल रखा जाता है। यह इमारतें बिजली, पानी और संसाधनों का अधिक से अधिक बचत कर प्रदूषण को कम करने में अपना योगदान देती है।

ग्रीन बिल्डिंगों को सस्टेनेबल बिल्डिंग (sustainable building) भी कहा जाता है।

ग्रीन बिल्डिंग की शुरुआत 2003 में हैदराबाद के सीआईआई सोहराबजी गोदरेज ग्रीन बिजनेस सेंटर निर्माण के साथ हुई थी।

लगभग पिछले कुछ वर्षों में ग्रीन बिल्डिंग के मामलों में हमारा देश दुनिया में दूसरे पायदान पर पहुंच गया है। जिसमें अमेरिका प्रथम स्थान रखता है। यह दर्जा हमने मात्र सात से आठ वर्षो के अंतर्गत प्राप्त किया है।

ये भी पढ़ें - सिविल इंजीनियरिंग में नौकरी के लिए आवश्यक 10 कौशल

ग्रीन बिल्डिंग की विशेषताएं 


वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी का दोबारा इस्तेमाल

ग्रीन इमारतों में पानी की अधिक से अधिक बचत होती है। पानी की अधिक बचत और रिचार्जिंग के लिए भवन/इमारत के परिसर के चारों ओर रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है। भवन/इमारत में इस्तेमाल सीवरेज पानी का उपयोग दोबारा फ्लस और दूसरे छोटे कामों के लिए किया जाता है। भवन में इस्तेमाल होने वाली पानी को रिसाइकल कर उसमें दोबारा उपयोग में लाया जाता है।

ये भी पढ़ें - कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट क्या है और उनकी जिम्मेदारियां क्या है?

सूर्य की रोशनी का उपयोग

भारत में सरकारी भवनों के अतिरिक्त भारतीय लोग घर और ऑफिस को ग्रीन बिल्डिंग प्रणाली की तर्ज पर डिजाइन करवा रहे हैं। जिसमें सोलर लाइटों का इस्तेमाल किया जाता है। सोलर प्लेट्स का उपयोग भवन/इमारतों की छतों पर किया जाता है जिसमें भवन के तापमान को नियंत्रित व बिजली की बचत होती है।

ग्रीन बिल्डिंग को सर्टिफाइड करने वाली एजेंसियां 


भारत में कुल समूह ग्रीन बिल्डिंग मूवमेंट को बढ़ावा दे रहे हैं यह मूवमेंट इस प्रकार हैं।


GRIHA- green rating for integrated habitat assessment 

LEED- leadership in energy and environmental design 

IGBC- the Indian green building council 

Green building rating system | ग्रीन बिल्डिंग का रेटिंग सिस्टम

LEED द्वारा ग्रीन बिल्डिंग को platinum, gold, silver, certified रूप में अपना समर्थन प्रदान करती है जबकि GRIHA ग्रीन बिल्डिंग्स को 1 स्टार 2 स्टार 3 स्टार 4 स्टार 5 स्टार आदि रूप में अपना समर्थन प्रदान करती है।



सम्बंधित विषय

आशा करता हूँ यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आया होगा। यदि इसमें कोई त्रुटि रह गयी हो तो उसके लिए मुझे क्षमा करते हुए उस त्रुटि की ओर मेरा ध्यान केंद्रित करवाएं ताकि हम उसमे सुधार कर सकें।आप मेरे फेसबुक पेज कंस्ट्रक्शन हब को फोलो कर सकते हैं।

धन्यवाद।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ