Construction hub

Construction hub

Slab checklist before casting | checking tips for site engineers | स्लैब कंक्रीटिंग से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ।

Slab checklist before casting | checking tips for site engineers | स्लैब कंक्रीटिंग से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ।


 
Slab checklist before casting

                            Slab checklist before casting


दोस्तों, हम इस आर्टिकल में जानेगे कि स्लैब कंक्रीटिंग से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, साथ में हम जानेंगे कुछ ऐसी बातें, जिनको हम स्लैब कंक्रीटिंग से एक दिन पहले या कुछ समय पहले चेक कर लेनी है।


Cover block | कवर ब्लाॅक 

सबसे पहली चीज आपको देखनी है, जब भी स्लैब कंक्रीटिंग होने वाला होता है तब उससे एक दिन पहले हमें यह चेक कर लेना है कि उसमें प्रॉपर कवर ब्लॉक लगे हैं या नहीं क्योंकि यदि उसमें कवर ब्लॉक नहीं रहेगा तो स्टील बार नीचे स्लैब से टच हो जाएगा जिससे स्टील बार हवा के संपर्क में आकर जंग लग सकता है जिस कारण स्लैब के कमजोर होने के चांस बढ़ जाते हैं।

Cover block


कवर ब्लॉक किस साइज का लगाना है यह आपको ड्रांइंग के अनुसार चेक कर रहे हैं ।

कवर ब्लॉक जांच करते समय यह भी जांच कर लेना चाहिए कि जिस ग्रेड का हम कंक्रीट इस्तेमाल कर रहे हैं कवर ब्लॉक भी उस ग्रेड का होना चाहिए जैसे यदि हम स्लैब m30 कंक्रीट के साथ कास्ट करनी है तब कवर ब्लॉक भी m30 ग्रेड का लगा होना चाहिए।


कवर ब्लॉक पीवीसी और कंक्रीट में उपलब्ध होते हैं,  कवर ब्लॉक का डिस्ट्रीब्यूशन चेक कर लेना है,

स्लैब में प्रत्येक 1 स्क्वायर मीटर पर 5 कवर ब्लॉक होने चाहिए बीम में प्रत्येक 1 मीटर पर कवर ब्लॉक लगा होना चाहिए।


Master ring | मास्टर रिंग 

चेकिंग के दौरान चेक करना है कि कॉलम में मास्टर रिंग दिया गया है या नहीं 

यदि मास्टरिंग नहीं दिया जाता है तब दिक्कत यह होगी कि जब एक बार कंक्रीट हो जाएगा ऊपर की स्लैब में कॉलम करने जाओगे तब उसमें स्टील बार आउट हो जाएगा जिसके लिए आप उसमें रोगन लगाओगे जो एक गलत तरीका है।

स्टील बार जंक्शन के चारों तरफ कवर ब्लॉक होना चाहिए और मास्टरिंग होना चाहिए।

कंक्रीटिंग होने से पहले आपको प्रत्येक कॉलम के जंक्शन पर मास्टरिंग लगा होना चाहिए।


Shuttering checking | शटरिंग की जांच


शटरिंग की जांच करते समय शटरिंग के बीच में किसी भी प्रकार का गैप नहीं होना चाहिए इसके लिए आपको शटरिंग के नीचे से देखना होगा कि किसी प्रकार की लाइट पास नहीं होनी चाहिए।


Shuttering checking


शटरिंग के दौरान शटरिंग जॉइंट पर टेप लगा दे या ग्रीस कर देना चाहिए।शटरिंग के दौरान क्लैंप (शिकंजा) चेक करना होता है कि यह प्रॉपर स्पेसिंग पर किया गया है कि नहीं 

शटरिंग के दौरान इस्तेमाल बीम चैनलों जिनको शटरिंग स्पैन बोलते हैं उनके नीचे प्रॉपर टेका (बल्ली) लगी होनी चाहिए क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा लोड शटरिंग स्पैन के बीच में होता है तो वहां टेका आना ही आना चाहिए।


Old concrete slab joint | पुराने स्लैब का जोड़

चेकिंग के दौरान पुरानी कंकरीट स्लैब को चेक कर लेना है कि बनने वाले जॉइंट से पहले स्लैब को स्लोप  थोड़ा थोड़ा होना चाहिए क्योंकि कंक्रीट होने के बाद सरफेस एक लेवल में होना चाहिए। साथ ही जॉइंट केमिकल का इस्तेमाल होना चाहिए।

स्लैब को जॉइंट करने से पहले पुराने स्लैब को अच्छे से साफ कर लेना चाहिए।


Checking chair bar | चेयर बार की जांच

जहां डबल बार होती है जैसे अपर बार (upper bar ) और लोअर बार (lower bar ) होती है तो होता यह है कि जब कंक्रीटींग होती है तो स्टील बार आपस में मिल जाती है इसके लिए स्टैंडर्ड स्पेसिंग पर चेयर देना होता है।

मेन बार (main bar ) और डिस्ट्रीब्यूशन बार (distribution bar ) के बीच की स्पेशल को जांच लेना है यह सपेशिंग आपको स्ट्रक्चर ड्राइंग के अनुसार पता लगेगी।


क्रेंक बार (crank bar) बार की लंबाई की जांच कर लेनी है। 


एक्स्ट्रा बार ( extra bar ) की जांच कर लेनी है।


Washing | धुलाई

रएंफोर्रसमेंट स्टील या शटरिंग पर किसी प्रकार का ईंटों का टुकड़ा, धूल, कीचड़ अथवा किसी प्रकार का तेल ना पड़ा हो तो इससे बचने के लिए कंकरीटिंग से कुछ समय (लगभग 30 मिनट) पहले धुलाई वाशिंग होनी चाहिए। 


Electric pipes | इलेक्ट्रिक पाइपों की जांच

इलेक्ट्रिक पाइपों की जांच करते समय हमें ध्यान रखना है कि पाइपों के बीच गैप होना चाहिए जिससे कंक्रीट की अच्छे से पकड़ बन जाए।


सम्बंधित विषय

What is pipe in Hindi What is BOQ in Hindi | What is OPC Cement  What is FAR in Hindi   What is carpet area in Hindi | What is landscape architecture | What is Fly ash Brick & benefits? | What is architecture  | what is concrete mixture  | Construction Management in Hindi  | Construction Material in Hindi | Types of brick in Hindi | What is DPC in Hindi | How to calculate Bricks in Hindi | How calculate weight of Steel |  What is tender in Hindi 

आशा करता हूँ यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आया होगा। यदि इसमें कोई त्रुटि रह गयी हो तो उसके लिए मुझे क्षमा करते हुए उस त्रुटि की ओर मेरा ध्यान केंद्रित करवाएं ताकि हम उसमे सुधार कर सकें।आप मेरे फेसबुक पेज कंस्ट्रक्शन हब को फोलो कर सकते हैं।

धन्यवाद।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ